1

The Basic Principles Of Shiv Chaisa

calvinx466kdu8
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा। शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥ किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥ हाथो में त्रिशूल लिए है गले में है सर्पो की माला देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥ तुरत षडानन आप https://jaibhole.co.in/home/Shree-Shiv-Chalisa
Report this page

Comments

    HTML is allowed

Who Upvoted this Story